नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर को लेकर की गई टिप्पणी ने सियासी संग्राम को जन्म दे दिया है। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा) समेत कई राजनीतिक दल केंद्रीय गृह मंत्री को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। अब इस मामले पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने अपनी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) और कांग्रेस पर निशाना साधा।
एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं भाजपा और कांग्रेस
मायावती ने कहा कि बाबा साहेब आंबेडकर का नाम लेकर उनके अनुयायियों के वोट के स्वार्थ में राजनीति करने में कांग्रेस और भाजपा दोनों एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं। उन्होंने रविवार को कहा कि अमित शाह द्वारा संसद में किए गए अनादर को लेकर देशभर में गुस्सा है, लेकिन कांग्रेस का इस मुद्दे पर उतावलापन एक छलावा और स्वार्थ की राजनीति है।
स्वार्थ की राजनीति कर रही पार्टियां
बसपा मुखिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर कई पोस्ट किए। एक पोस्ट में मायावती ने लिखा, “परमपूज्य बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर का अमित शाह द्वारा संसद में किए गए अनादर को लेकर देशभर में भारी आक्रोश है। लेकिन कांग्रेस पार्टी का इसको लेकर उतावलापन विशुद्ध छलावा और स्वार्थ की राजनीति है।”
षड्यंत्र की कोशिश
दूसरे पोस्ट में उन्होंने लिखा, “बाबा साहेब का नाम लेकर उनके अनुयायियों के वोट के स्वार्थ की राजनीति करने में भाजपा और कांग्रेस समेत अन्य पार्टियां एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं। ये पार्टियां बाबा साहेब के आत्म-सम्मान के कारवां को आगे बढ़ने से रोकने के लिए बीएसपी को आघात पहुंचाने के षड्यंत्र में लगी हुई हैं।”
मायावती ने अखिलेश को भी घेरा
अपने आखिरी पोस्ट में मायावती ने समाजवादी पार्टी (सपा) पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, “बाबा साहेब और बहुजन समाज में जन्मे महान संतों, गुरुओं, महापुरुषों को भरपूर आदर-सम्मान केवल बीएसपी की सरकार में ही मिला, जो जातिवादी पार्टियों को हजम नहीं होता। खासकर सपा ने तो द्वेषपूर्ण तरीके से नए जिले, संस्थाओं और जनहित योजनाओं के नाम भी बदल डाले।”
मायावती की यह टिप्पणी भाजपा और कांग्रेस के खिलाफ उनकी तल्ख प्रतिक्रिया का हिस्सा है, जो बाबा साहेब आंबेडकर की गरिमा को लेकर राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं।